दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, और इसी बीच Commission for Air Quality Management (CAQM) ने अपनी प्रतिक्रिया को और मजबूत करने का निर्णय लिया है। The Hindu की रिपोर्ट के मुताबिक, CAQM ने GRAP (Graded Response Action Plan) को और सख्त कर दिया है ताकि “गंभीर स्तर” (Severe) तक पहुंचने वाली वायु प्रदूषण की समस्या पर काबू पाया जा सके। यह कदम न सिर्फ प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश है बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता की लड़ाई में एक निर्णायक मोड़ हो सकता है।
CAQM और उसका महत्व: हवा की गुणवत्ता का प्रबंधन
- CAQM (Commission for Air Quality Management in NCR & Adjoining Areas) एक संवैधानिक संस्था है, जिसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और उसके आस-पास के इलाकों में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और नियंत्रित नीतियाँ लागू करने के लिए बनाया गया है।
- इस आयोग का काम सिर्फ निगरानी करना नहीं है, बल्कि सक्रिय कदम उठाना है जब हवा की गुणवत्ता “खराब” हो जाए। यह कदम GRAP (Graded Response Action Plan) के ज़रिए लिए जाते हैं। यह काम CAQM की उप-समिति (Sub-Committee) GRAP द्वारा करती है, जो मौसम पूर्वानुमान (IMD/IITM) और वायु गुणवत्ता आंकड़ों के आधार पर निर्णय लेती है।
- CAQM की वेबसाइट पर प्रकाशित नवीनतम आदेशों में यह भी दिखता है कि उन्होंने 11 नवंबर 2025 को Stage-III (Severe Air Quality) के उपायों के लिए आदेश जारी किया है।
- आयोग ने यह भी घोषणा की है कि 1 नवंबर 2025 से BS-V एवं उससे नीचे के वाहनों पर नए प्रतिबंध लागू होंगे, ताकि पुराने, अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को NCR में प्रवेश सीमित किया जा सके।
GRAP क्या है और इसके स्तर कैसे काम करते हैं?
- GRAP, यानि Graded Response Action Plan, एक ऐसी योजना है जिसे CAQM और संबंधित एजेंसियाँ हवादारता की बिगड़ती स्थिति के आधार पर सक्रिय करती हैं। यह प्लान विभिन्न “स्टेज” (SSC – Stage I, II, III, IV) में बंटा हुआ है, और हर सीट में अलग-अलग कड़े नियम होते हैं।
- उदाहरण के लिए:
- स्टेज-I (Poor) में धूल नियंत्रण, निर्माण गतिविधियों पर सख्त नजर, खुले स्थानों पर धूल जमने पर रोक और सार्वजनिक चेतावनी आदि उपाय शामिल हैं।
- स्टेज-III (Severe) में और भी कड़े प्रतिबंध हो सकते हैं — जैसे गैर-जरूरी निर्माण पर रोक, अधिक पुराने या प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सीमाएँ, और सार्वजनिक स्वास्थ्य अलर्ट।
नया आदेश: GRAP को और कड़ा करने का कारण
- यह कार्रवाई हवा की गुणवत्ता में तीव्र गिरावट की पृष्ठभूमि में आई है। CAQM ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान को और स्ट्रिंगेंट करने का निर्णय इसलिए लिया है ताकि प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभावी कदम लिए जा सकें।
- हाल ही में, AQI (Air Quality Index) कई हिस्सों में “बहुत खराब” या “गंभीर” श्रेणी तक पहुंच गया था, जिससे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ गए थे।
- CAQM की प्रेस रिलीज़ में यह कहा गया है कि उन्होंने मौसम पूर्वानुमान (IMD / IITM) की रिपोर्टों और एयर क्वालिटी डेटा का विश्लेषण किया है, और यह पाया है कि प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ सकती है।
- इसके अलावा, ड्रैगन (dust / construction) उत्सर्जन को कम करने, निर्माण और खनन कार्यों पर निगरानी बढ़ाने और गाड़ियों की संख्या को नियंत्रित करने की योजना है क्योंकि ये सभी प्रदूषण के मुख्य स्रोत हैं।
नए उपाय और प्रतिबंध: GRAP की कड़ी कार्रवाई
CAQM द्वारा किए गए नए निर्देशों में निम्नलिखित कड़े कदम शामिल हैं:
- वाहन प्रतिबंध
- BS-V और पुराने वाहनों के NCR प्रवेश पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।
- “End-of-Life” वाहनों (बहुत पुराने वाहनों) को ईंधन प्राप्त करने से मना करने की पहल भी की गई है।
- निर्माण और धूल नियंत्रण
- निर्माण और विध्वंस गतिविधि (C&D) पर कड़ी निगरानी। धूल उड़ने वाली साइटों पर एंटी-स्मॉग गन और ढक्कनें लगाना अनिवार्य होगा।
- रोड-सर्फेस साफ-सफाई और धूल प्रबंधन का अधिक सख्त प्रावधान।
- खुले जलने और पराली प्रबंधन
- पराली जलाने के लिए विशेष निगरानी तंत्र। CAQM ने Direction No-95 जारी किया है, जिसमें स्टबल बर्निंग (धान की पराली जलाना) को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई का प्रावधान है।
- जन चेतावनी और लोक सहभागिता
- नागरिक चार्टर में उन कदमों का समावेश, जिन्हें आम जनता क्रियान्वित कर सकती है (जैसे सार्वजनिक वाहन उपयोग, वायु प्रदूषण-सचेतना)।
- मानिटरिंग एजेंसियों को निर्देश हैं कि वे नियमित एयर क्वालिटी रिपोर्ट जारी करें और नागरिकों को प्रदूषण के खतरों से अवगत कराएं।
CAQM की चुनौतियाँ और आलोचनाएँ
- हालांकि अधिक कड़े नियम जरूरी हैं, कुछ आलोचक इस बात पर सवाल उठाते हैं कि क्या ये सिर्फ “संकेतिक उपाय” हैं या उनकी अमलियत में वास्तविक प्रभाव हो सकेगा।
- निर्माण कंपनियाँ और व्यापारिक लॉबियाँ धूल नियंत्रण और निर्माण प्रतिबंधों को व्यावसायिक बाधा के रूप में देख सकती हैं।
- वाहन मालिक (विशेष रूप से पुराने वाहन वाले) इस कदम को आर्थिक बोझ के रूप में अनुभव कर सकते हैं क्योंकि उन्हें नए वाहनों की ओर बढ़ना पड़ सकता है।
- निगरानी तंत्र, एनफोर्समेंट और ठोस अनुपालन की कमी भी एक बड़ा मुद्दा हो सकता है — अगर नियम केवल कागज पर हों और जमीन पर लागू न किए जाएँ, तो प्रदूषण नियंत्रण में कमी आएगी।
स्वास्थ्य और पर्यावरण पर असर
- वायु प्रदूषण का गंभीर स्तर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी वाले लोगों के लिए बड़ा जोखिम है। यह वायु प्रदूषण न केवल अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों को बढ़ाता है, बल्कि दीर्घकालीन स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हृदय रोग और न्यूरोलॉजिक रोगों के जोखिम को भी बढ़ाता है।
- CAQM के कदमों से, अगर सफलतापूर्वक लागू किए जाएँ, तो यह प्रदूषण की तीव्रता को कम करने में मदद करेगा, और स्वास्थ्य संकटों को घटाने की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
- पर्यावरणीय दृष्टि से, निर्माण और वाहन नियंत्रण के उच्च मानकों को लागू करना हवा की सफाई को बेहतर बनाएगा, और प्रदूषण के दीर्घकालीन स्रोतों (जैसे धूल, पराली, वाहनों से उत्सर्जन) को नियंत्रित करने में मदद करेगा।
भविष्य की राह: CAQM के लिए आगे की ज़िम्मेदारियाँ
- पैमाना और निगरानी सुधार
- CAQM को चाहिए कि वह GRAP के विभिन्न स्टेजों की निगरानी को और कड़ा बनाए।
- एयर क्वालिटी स्टेशन बढ़ाना चाहिए, ताकि प्रदूषण के हॉटस्पॉट्स को बेहतर तरीके से ट्रैक किया जा सके।जनभागीदारी बढ़ाना
- नागरिकों को प्रदूषण नियंत्रण अभियानों में शामिल किया जाना चाहिए; उदाहरण के लिए, नागरिकों को “धूल रिपोर्टिंग ऐप्स” या सार्वजनिक चेतना अभियानों के ज़रिए भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
- स्कूलों, महाविद्यालयों और कॉर्पोरेट्स के साथ साझेदारी करके प्रदूषण-शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
- नीतिगत सुधार और दीर्घकालीन उपाय
- वाहनों के पुराने मॉडल को चरणबद्ध तरीके से जीवन चक्र के अंत तक ले जाने के लिए आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान करना चाहिए।
- निर्माण उद्योग को प्रोत्साहित करना चाहिए कि वे “ग्रीन कंस्ट्रक्शन” तकनीकों को अपनाएं — जैसे धूल नियंत्रण यंत्र, कवरिंग, और धूल उत्सर्जन कम करने वाली प्रक्रियाएँ।
- कृषि राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाना चाहिए ताकि पराली जलाने जैसी गतिविधियों पर स्थायी समाधान मिले।
निष्कर्ष
दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में वायु गुणवत्ता की गंभीर गिरावट ने यह स्पष्ट किया है कि प्रदूषण सिर्फ एक सीज़नल समस्या नहीं है — यह एक संरचनात्मक संकट है जिसे लंबे समय तक रोका जाना चाहिए। CAQM ने GRAP को और कड़ा कर, इस संकट से निपटने की दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम उठाया है। यह सिर्फ प्रदूषण नियंत्रण की रणनीति नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य, पर्यावरणीय न्याय और नागरिक जिम्मेदारी का प्रतिनिधित्व करता है।
हालाँकि, केवल नियमों की घोषणा ही काफी नहीं — उनका प्रभाव तभी सार्थक होगा जब उनकी निगरानी, अमल और जनभागीदारी सुनिश्चित हो। नागरिक, उद्योग, निर्माण क्षेत्र और राज्य सरकारों को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा, ताकि दिल्ली-एनसीआर की हवा साफ हो सके और आने वाली पीढ़ियाँ प्रदूषण-मुक्त आकाश में सांस ले सकें।


