पुणे पुलिस ने एक ठोस और हाई-प्रोफाइल कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के बारवानी जिले के उमरटी (Umarti) गाँव में एक बड़े और अंतर-राज्यीय अवैध हथियार निर्माण और तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस छापे में लगभग 36 लोगों को हिरासत में लिया गया, और काफी मात्रा में हथियारों और निर्माण सामग्री जब्त की गई है। अधिकारी यह कदम उन संकेतों के बाद उठा रहे हैं, जब पिछले कुछ हफ्तों में पुणे शहर में 21 पिस्टल बरामद की गई थीं, जिनकी आपूर्ति की चैन को उसी MP रैकेट से जोड़ा गया था।
रैकेट की पृष्ठभूमि और पुणे में संदिग्ध घटनाएँ
- पिछले हफ्तों में पुणे में विभिन्न थानों (Vimantal और Kalepadal) द्वारा दर्ज अपराध मामलों में 21 देशज पिस्तौलें बरामद की गई थीं। इनसे जुड़ी शुरुआती पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि ये हथियार मध्य प्रदेश के उमरटी गाँव से आ रहे थे।
- पुणे पुलिस ने इस सूचना को गंभीरता से लिया और MP पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त छापेमारी की योजना बनाई।
- इस आपरेशन के दौरान 105 पुलिसकर्मियों और अन्य सुरक्षा बलों ने पुनीति कार्रवाई की।
छापे का संचालन और प्रमुख कार्रवाई
- पुलिस ने बहुत सुबह उमरटी गाँव में कई स्थानों पर छापे मारने शुरू किये।
- लगभग 50 से अधिक भट्टियाँ (furnaces) — जहाँ अवैध हथियार बनाए जा रहे थे — को ध्वस्त कर दिया गया।
- छापेमारी में जिन पर काम चल रहा था, उनमें से 36 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- जब्त किए गए हथियारों में पिस्तौलें और अन्य जुड़ी पार्ट्स शामिल हैं।
- छापे को सफल बनाने के लिए पुणे पुलिस ने ड्रोन निगरानी, बुलेट-प्रूफ जैकेट, स्पेशल रिस्पॉन्स टीम आदि का प्रयोग किया।
रैकेट की संरचना: “Umarti Shikilgar Arms (USA)” का नाम
- पुलिस इस नेटवर्क को “Umarti Shikilgar Arms” नाम दे रही है, जिसे “USA” के रूप में ब्रांड किया जाता था — शिलिगर समुदाय द्वारा संचालित एक अवैध हथियार निर्माण इकाई।
- यह रैकेट पुराने समय से सक्रिय बताया जाता है — स्थानीय पुलिस का कहना है कि यह लगभग 50 सालों से चल रहा है।
- सुचना मिली है कि ये हथियार सिर्फ मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र तक सीमित नहीं थे — इनका नेटवर्क अन्य राज्यों तक भी फैला हुआ था।
संभावित अपराध और तस्करी की दिशा
- प्रारंभिक जांच से यह पता चला है कि इन हथियारों का उपयोग आपराधिक तत्वों द्वारा किया जाता था।
- यूपी, गुजरात और राजस्थान के अपराध-गुटों के साथ इस नेटवर्क के जुड़े होने की भी आशंका जताई गई है।
- कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें छोटे अपराधी — यहाँ तक कि नाबालिग — इन अवैध पिस्तौलें खरीदकर हत्या और अन्य गंभीर अपराधों में लगे थे।
पुलिस और जांच एजेंसियों की चुनौती
- सप्लाई चेन तोड़ना
यह सिर्फ एक निर्माण इकाई का मामला नहीं है; यह एक संरचित सप्लाई चेन है। पुलिस को यह पता लगाना है कि कौन-सी स्थानीय और अंतर-राज्यीय शक्तियाँ इस रैकेट से जुड़ी हैं। - निगरानी और मानिटरिंग
छापेमारी के बाद यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इससे जुड़े सभी हिस्से (जैसे तस्कर, वितरक, स्थानीय नेटवर्क) सतह पर आएँ और उन्हें नियंत्रित किया जाए। - स्थानीय समुदाय के साथ तालमेल
उमरटी गाँव में हथियार निर्माण का लंबे समय का इतिहास रहा है — पुलिस को स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करके उनकी भागीदारी को कम करने की रणनीति बनानी होगी। - कानूनी कार्रवाई और गिरफ्तारी
हिरासत में लिए गए 36 लोगों में मुख्य संचालकों और संरक्षित नेटवर्क को पहचान कर मजबूत कानूनी मामला बनाना होगा। - जीर्णोद्धार और सामाजिक सुधार
हथियार निर्माण जैसी अवैध गतिविधियों को खत्म करने के लिए स्थानीय विकास योजनाओं और रोजगार अभियानों की भी ज़रूरत होगी, ताकि समुदाय में वैकल्पिक आजीविका के रास्ते बनें।
निष्कर्ष: एक बड़ी सफलता और नए प्रश्न
पुणे पुलिस की यह कार्रवाई एक बहुत बड़ी सफलता है — एक ऐसे रैकेट को ध्वस्त करना जो अंतर-राज्यीय हथियार तस्करी में सक्रिय था और जिसमें 36 लोग शामिल थे। 50 भट्टियों का ध्वस्त होना और हथियारों का जब्ती होना यह दिखाता है कि इस रैकेट के जाल में सिर्फ स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि व्यापक आपराधिक नेटवर्क भी शामिल था।
लेकिन यह भी सच है कि इस छापेमारी के बाद चुनौतियाँ खत्म नहीं होतीं। सप्लाई चेन की जड़ तक पहुँचने, तस्करी नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ने और स्थानीय समुदाय में हथियार निर्माण की परंपरा को बदलने के लिए दीर्घकालीन और व्यापक रणनीति की जरूरत है। साथ ही, उन गिरोहों और व्यक्तियों की पहचान करना महत्वपूर्ण है, जो हथियारों के निर्माण और वितरण में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
यह कार्रवाई न सिर्फ स्थानीय पुलिस बल की प्रतिबद्धता दिखाती है, बल्कि पूरे देश में अवैध हथियारों की समस्या से निपटने की क्षमता पर भी सवाल उठाती है। अगर इस सफलता पर और काम किया जाए, तो यह एक मॉडल बन सकता है — जहाँ पुलिस, स्थानीय समुदाय और राज्य सरकार मिलकर हथियार तस्करी को जड़ से खत्म करने की दिशा में सचमुच कदम उठा सकें।

