नई दिल्ली — 29 नवंबर 2025 — India Meteorological Department (IMD) के अनुसार, 2025 का यह नवंबर दिल्ली-एनसीआर के लिए कई मायनों में रिकॉर्ड रहा — क्योंकि इस बार नवंबर की रातें पिछले पाँच सालों में सबसे ठंडी रहीं।
तापमान आंकड़े: न्यूनतम औसत 11.5°C
- इस साल नवंबर में दिल्ली का औसत न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा — जो कि 2024, 2023, 2022 और 2021 की तुलना में काफी कम है। पिछले वर्ष 2024 में यह औसत 14.7°C था।
- इस महीने की सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.0°C दर्ज किया गया। वहीँ, हालिया एक रात में 10.4°C तापमान रिकॉर्ड हुआ — जो सामान्य से थोड़ा ऊपर था, लेकिन हालात की गंभीरता को कम नहीं करता।
- दिन में तापमान थोड़ा राहत देने वाला रहा — इस नवंबर का औसत अधिकतम तापमान लगभग 27.7°C रहा, जो कि पिछले साल (2024) के 29.4°C से कम है।
क्या कारण हैं इतनी तेज ठंड के — मौसम व पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि इस बार दिल्ली-एनसीआर में तापमान गिरने के पीछे मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) रहा है। इसके अतिरिक्त, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी व उसके बाद आने वाली ठंडी हवाओं ने राजधानी की हवा को ठंडा कर दिया।
इसके साथ ही आसमान में बनी साफ़-सफाई, कम बादल — ये सारे मौसम-तत्व मिलकर रात के तापमान को नीचे लेकर गए। IMD का कहना है कि अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान 9–10°C के आसपास आ सकता है, और हल्की कोहरा भी देखने को मिल सकती है।
ठंड का असर — जनता, रोजमर्रा और सार्वजनिक जीवन
इस बार की ठंड की लहर — जो सामान्य सर्दी से भी ज्यादा है — ने दिल्ली के सामान्य जीवन-चक्र को प्रभावित किया है:
- सुबह-शाम का मौसम अब पहले से काफी ठंडा हो चला है — लोग हल्के गर्म कपड़े पहनने लगे हैं।
- यात्रियों, सड़क पर काम करने वालों, वृद्धों, बच्चों व शारीरिक रूप से कमजोर लोगों पर सर्दी का असर दिखाई दे रहा है। खासकर न्यूनतम तापमान 8–10°C पर — स्वास्थ्य-सम्बंधित परेशानियाँ, खांसी, गले में खराश जैसी शिकायत बढ़ सकती है।
- साथ ही, राजधानी में अभी वायु-गुणवत्ता (AQI) भी “Very Poor / Poor” श्रेणी में बनी हुई है, जिससे ठंड व प्रदूषण दोनों का मिश्रण स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो गया है।
विशेषज्ञों की राय व चेतावनी
मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि इस तरह की तेज़ ठंड — विशेषकर जब वायु-गुणवत्ता भी खराब हो — बच्चों, बुज़ुर्गों और फेफड़ा/हृदय रोग वाले लोगों के लिए जोखिम बढ़ा देती है। उन्होंने कहा है:
- मौसम विभाग व स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहना चाहिए।
- लोगों को सार्वजनिक परिवहन, स्कूल-कॉलेज, कामकाजी समय, बिजली-हीटर, पर्याप्त गर्म कपड़ों, पौष्टिक भोजन, मास्क आदि के बारे में जागरूक करना चाहिए।
- खासकर उन इलाकों में जहाँ वायु-मलिनता ज़्यादा है — वहाँ “बहु-स्तरीय” बचाव व सावधानी की जरूरत है।
नागरिकों के लिए सुझाव — कैसे रखें खुद व परिवार सुरक्षित
यदि आप दिल्ली या आसपास रह रहे हैं — तो इन बातों का ध्यान रखें:
- सुबह-शाम बाहर निकलते समय हल्के तकिए, जैकेट, स्वेटर पहनें; बच्चों, बुज़ुर्गों को विशेष ध्यान दें।
- घरों में पर्याप्त गर्मी व हवा की निकासी का इंतज़ाम रखें; घर बंद न रखें, लेकिन खिड़कियाँ थोड़ी-थोड़ी देर खुली रखें।
- शराब/धूम्रपान न करें, गर्म पेय व पौष्टिक भोजन लें; इससे सर्दी-वात से लड़ने में मदद मिलेगी।
- वायु-प्रदूषण को हल्के में न लें: मास्क पहनें या एयर प्यूरीफायर रखें; बाहर निकलने से बचें, खासकर सुबह-शाम।
- स्वास्थ्य समस्याओं (खांसी, गले, सांस, पुरानी बीमारी) वाले लोग अतिरिक्त सतर्क रहें — आवश्यकता हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष — दिल्ली की ठंड की दस्तक और हमारी तैयारी
2025 का नवंबर दिल्ली के लिए चौंकाने वाला रहा — न केवल तापमान रिकॉर्ड रूप से गिरा, बल्कि हवा की गुणवत्ता व सर्दी का मिलाजुला असर लोगों की सेहत व जीवनशैली पर देखा गया।
अगर प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, नागरिक — सब मिलकर सतर्कता, सुरक्षा और जिम्मेदारी दिखाए — तो इस दौर को सुरक्षित तरीके से गुज़ारा जा सकता है।
लेकिन अगर हमने लापरवाही की — तो खांसी, अस्थमा, हृदय-सम्बंधित बीमारियाँ, सर्दी-ज़ुकाम जैसी समस्याएँ सामने आ सकती हैं।
इसलिए — इस सर्द मौसम में जागरूक रहना, सावधानी बरतना और सहिष्णु बनना — हम सबकी ज़िम्मेदारी है।

