Dewas: में दूसरे दिन भी बुलडोजर कार्रवाई जारी: बड़ी सड़क चौड़ीकरण योजना के चलते 216 निर्माणों पर बुलडोजर चला

मध्य प्रदेश के देवास में नगर निगम की बुलडोजर कार्रवाई शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रही, जहाँ 216 मकानों और दुकानों पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम चली है। यह कदम एम.जी. रोड (MG Road) के चौड़ीकरण और इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार की बड़ी योजना का हिस्सा है। 


कार्रवाई का कारण और योजना का मकसद


नगर निगम की योजना के मुताबिक यह सड़क चौड़ीकरण प्रोजेक्ट 15 मीटर चौड़ाई तक का होगा, जिससे शहर में यातायात सुगमता बढ़ेगी। साथ ही, बिजली लाइनों को अंडरग्राउंड करने की योजना भी है, जिससे सुरक्षा में सुधार होगा और सड़कों की सुंदरता बढ़ेगी। 


इस बड़े प्रोजेक्ट की लागत लगभग 6.5 करोड़ रुपये आंकी गई है। नगर निगम आयुक्त दलीप कुमार सिंह ने बताया कि 216 निर्माणों को चिन्हित किया गया है, जिनमें कई अवैध कच्चे या पक्के मकान और दुकाने शामिल हैं। 


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बुलडोजर एक्शन की दूसरी लहर — भारी प्रशासनिक तंत्र के साथ


  • इस कार्रवाई में तीन जेसीबी (बुलडोजर) मशीनें, एक पोकलेन, दो ट्रैक्टर-ट्रॉलियाँ और दो डंपर लगाए गए हैं।  
  • मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी भी तरह की उग्रता या विरोध को रोका जा सके। शहर के लोग और दुकानदार पहले ही चिंतित थे कि उनका कारोबार या घर मिट सकता है।  
  • नगर निगम आयुक्त खुद पहुँचे, निरीक्षण किया, और कार्रवाई की प्रगति का जायजा लिया।  



स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और विरोध


कई दुकानदारों और मकान⁠मालिकों ने प्रशासन की इस कार्रवाई पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि कुछ को पहले चेतावनी दी गई थी और उन्हें स्वयं अतिक्रमण हटाने का समय दिया गया था, लेकिन सभी ने ऐसा नहीं किया। अब निगम ने उन हिस्सों को जबरन हटाने का निर्णय लिया है। 


हालाँकि, कुछ स्थानीय लोग कार्रवाई का समर्थन भी कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि इससे शहर की सड़कें बेहतर होंगी और ट्रैफिक की समस्या कम होगी। कई लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटने से ड्रेनेज लाइन, सीवर सिस्टम और सड़क की संरचना बेहतर बन सकेगी। 



निगम की मंशा और आगे की योजना


  • नगर निगम का कहना है कि MG रोड की दोनों ओर से अतिक्रमण हटाने के बाद ड्रेनेज लाइन का काम शुरू किया जाएगा, जिससे बारिश में जलजमाव जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी।  
  • इसके बाद सीवरेज सिस्टम को बेहतर बनाने की योजना है — निगम आयुक्त ने बताया है कि अगले चरण में सीवरेज लाइनों का विस्तार होगा।  
  • निगम और राजस्व विभाग की तैयारियों के मुताबिक, यह कार्रवाई तहसील चौराहा तक बढ़ सकती है — ताकि सड़क चौड़ीकरण की योजना पूरे क्षेत्र में लागू की जा सके।  



कानूनी या नियामक पहलू


  • निगम ने जिन 216 निर्माणों पर कार्रवाई की है, उनमें से 63 को पहले ही चिन्हित किया गया था, लेकिन उन पर 8 स्टे (न्यायिक आदेश) हैं, जिन्हें अभी पूरी तरह से बंद नहीं किया गया है।  
  • कार्रवाई के समय निगम ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी, राजस्व विभाग और पुलिस के साथ तालमेल रखा है ताकि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया कानूनी जाँच और न्यायिक प्रक्रिया के दायरे में रहे।



प्रभाव और सामाजिक सरोकार

यह कार्रवाई सिर्फ सड़क चौड़ी करने की बात नहीं है — इसके व्यापक सामाजिक और आर्थिक असर भी हैं:


  1. व्यापारी प्रभावित: उन दुकानदारों का कारोबार, जो MG Road पर हैं, वर्तमान में खतरे में है। यदि उनका पुराना व्यवसाय पुख्ता ढंग से बंद कर दिया जाए, तो उनकी आजीविका को बड़ा झटका लग सकता है।
  2. मकान मालिकों की चिंता: कुछ मकान मालिकों ने कहा है कि उनके घरों के गिरने से उनकी आर्थिक सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। कई लोग मांग कर रहे हैं कि निगम उन्हें पुनर्स्थापन या मुआवजा दे।
  3. नगर सुधार का लाभ: दूसरी ओर, यह चौड़ी सड़क, अंडरग्राउंड बिजली लाइने और बेहतर ड्रेनेज व्यवस्था भविष्य में शहर की बुनियादी संरचना को मजबूत कर सकती है। इससे यातायात में सुधार, बाढ़-समस्या में कमी और शहर की सौंदर्य दृष्टि में बदलाव संभव है।
  4. राजनीतिक मूल्यांकन: यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि नगर निगम और राज्य सरकार अवैध निर्माण के खिलाफ सक्रिय मोड में हैं और बड़े शहर सुधार प्रोजेक्टों में तेजी से कदम उठा रही है।



चुनौतियाँ और संभावित जोखिम


  • अतिक्रमण हटाने की यह प्रक्रिया संवेदनशील है — यदि मुआवजा या पुनर्वास की व्यवस्था न की जाए, तो स्थानीय लोगों में भारी असंतोष फैल सकता है।
  • कुछ निर्माणों पर स्टे है, जिसे खत्म करना कानूनी रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • निगम को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसे अतिक्रमण फिर न हों — इसके लिए ज़मीनी निगरानी, स्थानीय समुदाय की भागीदारी और विकास योजनाओं में पारदर्शिता जरूरी होगी।
  • ट्रैफिक सुधार की योजना सफल हो, इसके लिए काम का समन्वय — सड़क, सीवर, ड्रेनेज — सावधानीपूर्वक हो, ताकि शहर की रोज़मर्रा की ज़रूरतों पर नकारात्मक असर न पड़े।

निष्कर्ष


देवास में बुलडोजर कार्रवाई सिर्फ एक प्रशासनिक कदम नहीं है, बल्कि शहर के भविष्य की पुनर्रचना (reshaping) का हिस्सा है। नगर निगम की महत्वाकांक्षी योजना — 15 मीटर चौड़ी सड़क, अंडरग्राउंड बिजली लाइन्स, बेहतर ड्रेनेज — इसके पीछे का मकसद है। मगर इस लक्ष्य को पाने के रास्ते में अतिक्रमण हटाने का दर्द स्थानीय लोगों को महसूस हो रहा है।


यदि निगम और प्रशासन सोच-समझ कर, सामाजिक सहमति और न्यायपूर्ण मुआवजा के साथ आगे बढ़ेंगे, तो यह कदम देवास को लंबी अवधि में अधिक व्यवस्थित, सुरक्षित और आधुनिक शहर बना सकता है। लेकिन यह तभी संभव होगा जब कार्रवाई केवल विधिक नहीं बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी हो।