24 नवंबर 2025 को एक अहम बदलाव के साथ इंदौर‑नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ने इंदौर स्टेशन से नई व्यवस्था में अपनी यात्रा शुरू कर दी है। अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, अब ट्रेन 8 कोच की बजाय 16 कोच के साथ चल रही है, जिससे सीटों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है और 1,000 से अधिक यात्री एक ही समय में सफर कर सकेंगे।
यह कदम बढ़ती मांग को देखते हुए लिया गया है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में इस मार्ग पर यात्री संख्या लगातार बढ़ रही थी।
क्यों हुआ यह फैसला — यात्रियों की बढ़ती मांग
- रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या और ट्रेनों की बिज़ी लोडिंग को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा कदम उठाया है।
- अभी तक वंदे भारत ट्रेन इस रूट पर सिर्फ 8 कोच के साथ चलती थी, जिसमें लगभग 530 सीटें थीं।
- 16‑कोच कोचिंग व्यवस्था शुरू होने के बाद, रेलवे का दावा है कि अब लगभग 1,200 सीटें (1,000+ यात्रियों की क्षमता) ट्रेन में उपलब्ध होंगी।
- दैनिक जागरण में बताया गया है कि रेगुलर यात्रियों, व्यावसायिक यात्री और त्यौहार सीज़न में यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह विस्तार किया गया है।
नई कोचिंग संरचना और उसके फायदे
- ट्रेन में ड्राइविंग ट्रेलर कोच, मोटर कोच और अन्य प्रकार के ट्रेलर कोच शामिल होंगे — ताकि सभी वर्गों के यात्रियों को बेहतर हाइट‑स्पेस और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिले।
- नई व्यवस्था से सिर्फ यात्री संख्या बढ़ेगी ही नहीं, बल्कि आरक्षित सीटों की संभावना बढ़ने से वेटिंग लिस्ट की समस्या में कुछ हद तक कमी आने की उम्मीद है।
- कोच्स के बढ़ने से यात्रा अधिक आरामदायक हो जाएगी — विशेष रूप से उन समयों में जब मांग बहुत अधिक होती है, जैसे त्यौहार‑मौसम और व्यस्त दिनों में।
- इंदौर और भोपाल के यात्री भी इससे लाभान्वित होंगे, क्योंकि नई व्यवस्था उनके लिए ट्रेनों में सीटें सुरक्षित करने में आसान बना देगी।
रेलवे की रणनीति और दीर्घकालीन सोच
- यह विस्तार केवल एक अल्पकालीन कदम नहीं है — रेलवे बोर्ड और Western Railway ने इसे “प्रति दिन यात्रियों की बढ़ती मांग” का स्थायी समाधान माना है।
- Western Railway के अधिकारियों ने बताया है कि कोच वृद्धि को रेलवे बोर्ड द्वारा मंजूरी दी गई थी, और उन्होंने सभी संबंधित डिवीजनों को समय रहते व्यवस्था अपडेट करने का निर्देश दिया है।
- रेलवे को उम्मीद है कि इस परिवर्तन से यात्रियों की संतुष्टि बढ़ेगी और वंदे भारत ट्रेन की लोकप्रियता और बढ़ेगी, खासकर इस व्यस्त मध्य‑भारत रूट पर।
- भविष्य में इस रूट की ट्रैफिक डिमांड को देखते हुए, और भी बड़े रैक या अतिरिक्त सेवाओं पर विचार किया जा सकता है।
यात्रियों और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
- इस परिवर्तन से व्यापारी, छात्र, कामकाजी यात्री और पर्यटक सभी को फायदा होगा, क्योंकि उन्हें यात्रा के लिए और अधिक विकल्प और सीटें मिलेंगी।
- इंदौर-भोपाल-नागपुर रूट मध्य-भारत का एक महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापारिक कनेक्शन है। कोच वृद्धि इस कनेक्टिविटी को मजबूत करने में सहायक होगी।
- रेलवे के लिए भी यह व्यावसायिक रूप से फायदेमंद कदम है: अधिक यात्री मतलब अधिक टिकट राजस्व, और लगातार मांग बनाए रखने वाले रूट पर यह कदम उनके लिए निवेश‑अनुकूल है।
- यात्रियों को कम वेटिंग, बेहतर सीटिंग व्यवस्था और संभवतः बेहतर यात्रा अनुभव मिलने से उनकी यात्रा संतुष्टि बढ़ सकती है, जिससे रेल सेवा की छवि भी और बेहतर होगी।
आने वाली चुनौतियाँ और सुझाव
- रख-रखाव की मांग बढ़ेगी: 16 कोच ट्रेन का मेंटेनेंस, सफाई और संचालन का बोझ पुराने 8‑कोच ट्रेन से अधिक होगा। रेलवे को यह सुनिश्चित करना होगा कि नए कोच्स नियमित रूप से सही तरीके से मेंटेन हों।
- पार्याप्त स्टाफिंग: बढ़े कोच के लिए अतिरिक्त लोको पायलट, स्टेशन स्टाफ और मेंटेनेंस कर्मियों की आवश्यकता बढ़ सकती है।
- टिकट बुकिंग और आरक्षण प्रबंधन: यात्रियों की संख्या दोगुनी होने के बाद आरक्षण प्रणाली, टिकटिंग पोर्टल और चौक‑पड़ताल व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाना होगा ताकि लोगों को आसानी से टिकट मिल सके।
- यात्री सुविधा: यात्रियों की संख्या बढ़ने के बाद कोच में आवश्यक सुविधाएँ जैसे पेयजल, टॉयलेट, सीट चार्जिंग पॉइंट आदि बेहतर बनाए जाने चाहिए।
- भविष्य की योजनाएँ: अगर मांग इसी तरह बनी रही, तो रेलवे को और भी बड़े रैक (जैसे 20 कोच) या दोहरी वंदे भारत सेवाओं पर विचार करना चाहिए।
निष्कर्ष
इंदौर‑नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में 16 कोच की नई व्यवस्था को Railway द्वारा एक रणनीतिक और दूरदर्शी कदम माना जा रहा है। यह परिवर्तन सिर्फ सीटिंग संख्या बढ़ाने का साधन नहीं है, बल्कि यात्रियों की सुविधा, रेल सेवा की विश्वसनीयता और व्यस्त मध्य-भारत रूट की मांग को संतुलित करने का रास्ता है।
इंदौर और नागपुर के यात्रियों को अब अधिक विकल्प, बेहतर सीटिंग और आरामदायक यात्रा मिलना संभव होगा। रेलवे बोर्ड के इस फैसले से यह संकेत मिलता है कि वह भविष्य की मांग को गंभीरता से देख रहा है और यात्रियों के लिए सुधारों की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।
यह कदम आने वाले समय में यात्रियों के अनुभव को बेहतर बना सकता है और वंदे भारत ट्रेन को और अधिक लोकप्रिय एवं भरोसेमंद सेवा के रूप में स्थापित कर सकता है।

